Monday 23 November 2015

रोज़ा

रोज़ा जानेमन तू ही मेरा दिल
तुझ बिन तरसे नैना
दिलसे ना जाती है यादें तुम्हारी
कैसे तुम बिन जीना
आँखों में तू है
आँसू में तू है
आँखें बंद कर लूँ
तो मॅन में भी तू है
ख्वाबों में तू
साँसों में तू
रोज़ा

रोज़ा जानेमन तू ही मेरा दिल
तुझ बिन तरसे नैना

छूके यूँ चली हवा जैसे छ्छू गये हो तुम
फूल जो खिले थे वो शूल बन गये हैं क्यों
जी रहा हू इसलिए दिल में प्यार है तेरा
ज़ुल्म से रहा हू क्योंकि इंतेज़ार है तेरा
तुमसे मिले बिना जान भी ना जाएगी
कयामत से पहले सामने तू आएगी
कहाँ है तू
कैसी है तू
रोज़ा

रोज़ा जानेमन तू ही मेरा दिल
तुझ बिन तरसे नैना
आँखों में तू है
आँसू में तू है
आँखें बंद कर लू
तो मॅन में भी तू है
ख्वाबों में तू
साँसों में तू
रोज़ा

ठंडी ठंडी इ हवा तेरा काम क्या यहाँ
मीत नहीं पास में चाँदनी तू लौट जा
फूल क्यों खिलो हो तुम ज़ुलफ नहीं वो यहाँ
झुके झुके आसमान मेरी हँसी ना उड़ा
प्यार के बिना मेरी ज़िंदगी उदास है
कोई नहीं है मेरा सिर्फ़ तेरी आस है
ख्वाबों में तू
साँसों में तू
रोज़ा

रोज़ा जानेमन तू ही मेरा दिल
तुझ बिन तरसे नैना
आँखों में तू है
आँसू में तू है
आँखें बंद कर लून
तो मॅन में भी तू है
ख्वाबों में तू
साँसों में तू
रोज़ा

भारत हमको जान से प्यारा है सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है

भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे  न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
सदियों से भारत भूमि दुनिया की शान है
भारत मया की रक्षा में जीवन कुर्बान है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है

उजड़े नहीं अपना चमन
टूटे नहीं अपना वतन
मंदिर यहाँ
मस्जिद यहाँ
हिंदू यहाँ
मुस्लिम यहाँ
मिलके रहें हम प्यार से
जागो

हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
जन्मभूमि है हमारी शान से कहेंगे हम
सब ही तो भाई भाई प्यार से रहेंगे हम
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है

असम से गुजरात तक
बंगाल से महाराष्ट्र  तक
जाती कई हम एक हैं
भाषा कई सुर एक है
कश्मीर से मद्रास तक
कह दो सभी हम एक हैं
आवाज़ दो हम एक हैं
जागो .
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे  न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है

ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान

ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना
इन बहारों में दिल की काली खिल गयी
मुझको तुम जो मिले हर खुशी मिल गयी

तेरे होंठों पे हैं हुस्न की बिजलियाँ
तेरे गालों पे हैं ज़ुलफ की बदलियाँ
तेरे बालों की खुश्बू से महके चमन
संगमरमर के जैसा ये तेरा बदन

मेरी जानेजाँ ये है तेरी चाँदनी
छेड़ दो तुम आज कोई प्यार की रागिनी
ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना

ये बंधन है प्यार का देखो टूटे ना सजनी
ये जन्मों का साथ है देखो छूटे ना सजना
तेरे आँचल की छांवों के तले मेरी मंज़िल मुझे मिल गयी
तेरी पलकों की छावों के तले मोहब्बत मुझे मिल गयी

ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना
इन बहारों में दिल की काली खिल गयी
मुझको तुम जो मिले हर खुशी मिल गयी
ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना

जी करता है साजना दिल में तुमको बिता लू
आ मस्ती की रात में अपना तुमको बना लू
उठने लगे हैं तूफान क्या मेरे सीने में आय सनम
तुम्हें चाहूँगा दिलों जान से मेरी जानेजाँ तेरी कसम

ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना
इन बहारों में दिल की काली खिल गयी
मुझको तुम जो मिले हर खुशी मिल गयी

मेरी जानेजाँ ये है तेरी चाँदनी
छेड़ दो तुम आज कोई प्यार की रागिनी
ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना
ये हसीन वादियाँ ये खुला आसमान
आ गये हम कहाँ आय मेरे साजना
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Thursday 15 October 2015

अजीब दास्ताँ है ये, कहाँ शुरू कहाँ ख़तम

अजीब दास्ताँ है ये, कहाँ शुरू कहाँ ख़तम
ये मंज़िले हैं कौनसी, न वो समझ सके न हम
ये रोशनी के साथ क्यों, धुआँ उठा चिराग से
ये ख्वाब देखती हूँ मैं के जग पडी हूँ ख्वाब से
मुबारके तुम्हे के तुम किसी के नूर हो गए
किसी के इतने पास हो के सब से दूर हो गए
किसी का प्यार लेके तुम नया जहां बसाओगे
ये शाम जब भी आयेगी, तुम हमको याद आओगे

मेहबूब मेरे, मेहबूब मेरे तू है तो दुनिया कितनी हसीं है

मेहबूब मेरे, मेहबूब मेरे

तू है तो दुनिया कितनी हसीं है


जो तू नहीं तो, कुछ भी नहीं है
तुम हो तो बढ़ जाती है कीमत मौसम की


ये जो तेरी आँखे हैं शोला शबनम सी

यही मरना भी है मुझको, मुझे जीना भी यही है
अरमां किसको जन्नत की रंगीन गलियों का

मुझको तेरा दामन है बिस्तर कलियों का

जहाँपर हैं तेरी बाहें, मेरी जन्नत भी वही है
रख दे मुझको तू अपना दीवाना कर के


नज़दीक आ जा फिर देखू तुझको जी भर के

मेरे जैसे होंगे लाखों, कोई भी तुझसा नहीं है

ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चंचल हवा

ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चंचल हवा

कहा दो दिलों ने, के मिलकर कभी हम ना होंगे जुदा

ये क्या बात है, आज की चाँदनी में

के हम खो गये, प्यार की रागनी में

ये बाहों में बाहें, ये बहकी निगाहें

लो आने लगा जिंदगी का मज़ा
सितारों की महफ़िल नें कर के इशारा

कहा अब तो सारा, जहां है तुम्हारा

मोहब्बत जवां हो, खुला आसमां हो

करे कोई दिल आरजू और क्या
कसम है तुम्हे, तुम अगर मुझ से रूठे

रहे सांस जब तक ये बंधन ना टूटे

तुम्हे दिल दिया है, ये वादा किया है

सनम मैं तुम्हारी रहूंगी सदा

पल पल दिल के पास तुम रहती हो

पल पल दिल के पास तुम रहती हो

जीवन मीठी प्यास ये कहती हो

हर शाम आँखोंपर, तेरा आँचल लहराये 

हर रात यादोंकी बारात ले आये

मैं सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है

एक महका महका सा पैगाम लाती है

मेरे दिलकी धड़कन भी तेरे गीत गाती है
कल तुझको देखा था, मैंने अपने आँगन में

जैसे कह रही थी तुम, मुझे बांध लो बंधन में

यह कैसा रिश्ता है, यह कैसे सपने हैं

बेगाने हो कर भी क्यों लगते अपने है

मैं सोच में रहता हूँ, डर डर के कहता हूँ

तुम सोचोगी क्यों इतना मैं तुमसे प्यार करू

तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इकरार करू

दीवानोकी ये बातें, दीवाने जानते हैं

जलने में क्या मजा है, परवाने जानते हैं

तुम यूँ ही जलाते रहना आ आकर ख्वाबों में